
ईवी नीति में बदलावों को अधिसूचित करने के लिए सरकार तैयार: दुनिया की दूसरी रैंकिंग वाली ई-कार निर्माता कंपनी भारत में टेस्ला के प्रवेश के मजबूत संकेतों के बीच, ऐसी खबरें हैं कि केंद्र सरकार ईवी नीति में बड़े बदलाव करने जा रही है। मीडिया सूत्रों के अनुसार, नई ईवी नीति विदेशी कंपनियों के लिए भारत में व्यापार करने का मार्ग प्रशस्त करेगी। नई ईवी नीति में भारत में कम से कम 4150 करोड़ रुपये (50 करोड़ डॉलर) निवेश करने का प्रावधान लागू होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रस्तावित ईवी पॉलिसी में सरकार कंपनियों को मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की इजाजत देगी। तथापि, इसके लिए नए पूंजी निवेश के अंतर्गत, वर्ष 2009-10 के लिए 10,000 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। 4150 डॉलर (50 करोड़ डॉलर) का निवेश करना होगा। साथ ही इंपोर्ट ड्यूटी भी 110 फीसदी से घटाकर 15 फीसदी कर दी गई है। पांच साल में 8,000 प्रीमियम ई-कारों (35,000 डॉलर से अधिक मूल्य की ई-कारों) के आयात पर 15 प्रतिशत की रियायती दर से कर देना होगा।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेस्ला के मालिक एलन मस्क के साथ अमेरिका में बैठक की थी। बैठक में टेस्ला के भारत में प्रवेश को बढ़ावा देने के तरीके पर चर्चा की गई। जिसके कारण केंद्र सरकार विदेशी ईवी निर्माताओं को भारत में निवेश और निर्माण के लिए आकर्षित करने के लिए ईवी नीति में बड़ा बदलाव करने जा रही है। इससे पहले मार्च 2024 में ईवी पॉलिसी में बदलाव हुए थे। नई नीति की घोषणा अगले दो महीनों में किए जाने की संभावना है। इसमें भाग लेने के लिए कंपनियों को चार से पांच महीने का समय दिया जाएगा।