
ललित मोदी समाचार | आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी बड़ी मुसीबत में हैं। मामला यह है कि उसने हाल ही में भारत का पासपोर्ट सरेंडर कर छोटे से देश वनुआटी की नागरिकता हासिल कर ली है। लेकिन अब वानुअतू के प्रधानमंत्री ने ललित मोदी को बड़ा झटका दिया है। जिससे भगोड़े ललित मोदी की हालत धोबी के कुत्ते जैसी हो गई है।
वनुअतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने नागरिकता आयोग को ललित मोदी का पासपोर्ट तत्काल प्रभाव से रद्द करने का आदेश दिया है। पिछले 24 घंटे में मुझे पता चला है कि इंटरपोल ने ललित मोदी के संबंध में भारत सरकार द्वारा भेजे गए अलर्ट नोटिस को न्यायिक साक्ष्य के अभाव में दो बार खारिज कर दिया था। वानुअटो पासपोर्ट होना एक विशेषाधिकार है और अधिकार नहीं है। इसलिए, आवेदक को केवल उचित कारणों से नागरिकता मिलनी चाहिए।
ललित मोदी ने आखिरी बार सात मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग के समक्ष अपना पासपोर्ट सरेंडर किया था। बाद में विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की कि ललित मोदी ने अपना पासपोर्ट जमा करा दिया है।
वानूआतू दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक छोटा सा देश है। यहां की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, पर्यटन, मछली पकड़ने और विदेशी वित्तीय सेवाओं पर निर्भर है। वानूआतू में निवेश आधारित नागरिकता उपलब्ध है यानी यहां निवेश करके नागरिकता प्राप्त की जा सकती है। पासपोर्ट की बिक्री यहां की सरकार के लिए राजस्व का मुख्य स्रोत है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक, वानुअतु का पासपोर्ट 113 देशों में वीजा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देता है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, वानूआतू का पासपोर्ट दुनिया में 51 वें स्थान पर है (199 देशों में से), सऊदी अरब (57), चीन (59) और इंडोनेशिया (64) से। भारत सूची में 80वें स्थान पर है।