
भारत बनाम इंग्लैंड: मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला गया चौथा टेस्ट भी भारतीय टीम के लिए बुरा साबित हुआ है। टेस्ट मैच के दूसरे और चौथे दिन इंग्लैंड की टीम को भारतीय गेंदबाजों ने पटखनी दी। इस बीच सभी को स्टार स्पिनर कुलदीप यादव की कमी खल रही है। गौरतलब है कि कुलदीप यादव ने भारत और इंग्लैंड के बीच हुए टेस्ट मैच में एक भी मैच नहीं खेला था। चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने कहा कि स्पिनर इस मैच में कुलदीप यादव की अनदेखी क्यों कर रहे हैं?
इंग्लैंड ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में 500 रन का आंकड़ा पार कर लिया है। तीसरे दिन (25 जुलाई) के मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने कहा, “मुझे लगता है कि जब हम क्रिकेट के मैदान पर खेलने जाते हैं, तो हम सोचते हैं कि बल्लेबाजी लाइन-अप को लंबा और मजबूत कैसे बनाया जाए और संतुलन कैसे बनाए रखा जाए। हम जानते हैं कि कुलदीप यादव शानदार गेंदबाज हैं और अभी भी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। हमने उन्हें मैदान में लाने की बहुत कोशिश की लेकिन बल्लेबाजी का संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो गया।
कुलदीप यादव के बारे में गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने कहा, ‘पिच में कुछ स्पिन है। इसलिए वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया है। हालांकि, हम कुलदीप यादव को भी मैदान में उतारने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन शीर्ष छह बल्लेबाजों से रन बनाने की उम्मीद के कारण उन्हें मैदान पर नहीं उतारा जा सकता है।
मैच से पहले भारतीय टीम के गेंदबाजी विभाग में आकाश दीप और नीतीश कुमार रेड्डी के चोटिल होने के कारण दो खिलाड़ी खाली हुए थे। आकाश की जगह अर्शदीप सिंह को रखा जाना था लेकिन वह भी चोटिल हो गए। इसके बावजूद गौतम गंभीर के नेतृत्व में कुलदीप यादव को नजरअंदाज किया गया। उनकी जगह शार्दुल ठाकुर को शामिल किया गया था, लेकिन 135 ओवर में से शार्दुल को 11 ओवर गेंदबाजी करने को मिले।