
कृष्णमूर्ति हुडा : भारतीय क्रिकेट टीम को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस हार पर कई पूर्व क्रिकेटर और विशेषज्ञ प्रतिक्रिया दे रहे हैं. रोहतक के पूर्व भारतीय रणजी क्रिकेटर कृष्णमूर्ति हुडा ने हार के लिए सीनियर खिलाड़ियों को जिम्मेदार ठहराया है. हुडा ने कहा, अब समय आ गया है जब ऊर्जा से भरपूर युवा खिलाड़ियों को भारतीय टीम में मौका दिया जाना चाहिए. यहां आपको बता दें कि कृष्ण मूर्ति हुडा ने 10 साल तक पंजाब और बाद में हरियाणा के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला है. उन्हें BCCI से 30 हजार रुपये की मासिक पेंशन भी मिलती है।
हुडा ने BCCI से अपील करते हुए कहा, ‘भारतीय क्रिकेट टीम आज दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है. लेकिन ये बेहद दुखद है कि टीम का प्रदर्शन अब तक निराशाजनक रहा है. इसका कारण रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दो शीर्ष खिलाड़ियों की विफलता है. मैं बीसीसीआई से अपील करता हूं कि ऐसे लोगों को तुरंत टीम से बाहर कर देना चाहिए जिनकी प्रतिक्रिया इतनी कमजोर है।’ जिनकी उम्र बढ़ती जा रही है. 35 से 40 साल के युवाओं को टीम में नहीं रखना चाहिए क्योंकि देश में बहुत प्रतिभा है.
टीम में नई प्रतिभाओं को जगह देने के बारे में हुडा ने कहा, ‘भारत में क्रिकेट एक त्योहार है. हम दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल के आयोजक हैं। हमारे पास बहुत प्रतिभा है. आज भी हमारी टीम ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों से मुकाबला कर सकती है. इसलिए मैं बीसीसीआई से कहना चाहता हूं कि जो लोग प्रदर्शन नहीं करते, जो खराब प्रदर्शन करते हैं, जिनकी किस्मत खराब रहती है. ऐसे लोगों को बाहर कर देना चाहिए और नए लड़कों को लाना चाहिए जो इस वक्त टेस्ट क्रिकेट के दरवाजे पर खड़े हैं।’
रोहित और कोहली को लेकर हुडा ने कहा कि कप्तान रोहित शर्मा अब पहले जैसे नहीं रहे. वह एक समय बहुत अच्छे खिलाड़ी थे। इसके अलावा, जसप्रित बुमरा एक बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। उन्होंने दुनिया में खूब नाम कमाया है. शुभमन गिल में भी दम है, लेकिन उन्हें टीम में कम मौके मिलते हैं. युवा खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौके मिलने चाहिए. भारतीय क्रिकेट कप्तान प्रभावी नहीं हैं. यही कारण है कि टीम न तो गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन कर सकी और न ही बल्लेबाजी में. आज न तो रोहित शर्मा का बल्ला चल रहा है और न ही विराट कोहली का. जो खिलाड़ी प्रदर्शन नहीं कर सकते उन्हें टीम से बाहर कर देना चाहिए. नए लोगों को लाना चाहिए.’