
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ मचने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर काउंटर से प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री रोक दी गई है। यह आदेश 26 फरवरी तक लागू रहेगा। उल्लेखनीय है कि नसबाग के बाद एनडीएलएस पर कोई प्लेटफॉर्म टिकट जारी नहीं किया गया है।
खबरों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए छह इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को तैनात किया था। यह वह अधिकारी है। जिनके पास पहले से ही एनडीएलएस में काम करने का अनुभव है। इनमें से कुछ अधिकारी नई दिल्ली रेलवे पुलिस स्टेशन में एसएचओ के पद पर रह चुके हैं।
नई दिल्ली रेलवे ने कुंभ के लिए एक विशेष ट्रेन की घोषणा की थी, जिसके कारण भगदड़ मच गई। रेलवे ने जब भारी-भरकम टिकट बेचे तो स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया, लेकिन भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हुए।
प्रयागराज कुंभ जाने वाली ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 14 पर इंतजार कर रही थी। इस दौरान वहां पहले से ही काफी भीड़ मौजूद थी, और अन्य यात्री भी वहां पहुंचने की कोशिश कर रहे थे।
रेलवे ने अचानक प्लेटफॉर्म नंबर 16 से स्पेशल ट्रेन का ऐलान कर दिया। जो यात्री पहले से ही प्लेटफॉर्म 14 पर जाने की कोशिश कर रहे थे, उन्होंने प्लेटफॉर्म 16 की ओर भी भागना शुरू कर दिया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। भीड़ उन्मत्त हो गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। यही भगदड़ मचने का कारण था।