
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महान राष्ट्र-प्रेम युद्ध में अपनी जीत की 80वीं वर्षगांठ पर नौ मई को रूस का दौरा कर सकते हैं।रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि उस दिन होने वाली सेरेमोनियल परेड में भारतीय सेना की टीम भी हिस्सा लेने वाली है। टीम इसकी तैयारी और रूसी सेनाओं के साथ समन्वय के उद्देश्य से एक महीने पहले मास्को पहुंचेगी।प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस की यात्रा की थी। राष्ट्रपति पुतिन ने ही मोदी को 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था।
मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में महत्वपूर्ण मानी जा रही है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। भारत लगातार इस युद्ध को खत्म करने और शांति स्थापित करने पर जोर देता रहा है। “मैं इस युद्ध में तटस्थ नहीं हूं और मैं शांति के पक्ष में हूं।
उल्लेखनीय है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने अंतिम दिनों में तत्कालीन संयुक्त सोवियत संघ की सेनाओं ने हिटलर की सेना को हराकर पूर्वी जर्मनी पर कब्जा कर लिया था और फिर 9 मई को बर्लिन पर कब्जा कर लिया था। उस जीत के उपलक्ष्य में मास्को में एक भव्य परेड आयोजित की जानी है। भारतीय सेना की एक टुकड़ी भी इसमें भाग लेने वाली है।