
ब्रिटिश प्रिंस हैरी का नाम अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड Trump की निर्वासन सूची में जोड़ा जा सकता है। ट्रंप ने हैरी के वीजा मामले को फिर से खोलने का आदेश दिया है, जिसे पांच महीने पहले बंद कर दिया गया था। वीजा हासिल करने के लिए गलत निर्देश देने के दोषी साबित होने पर Trump हैरी को निर्वासित कर सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो हैरी Trump के कार्यकाल के दौरान निर्वासित होने वाले पहले व्यक्ति होंगे। Trump पहले ही कह चुके हैं कि हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल को कोई छूट नहीं दी जाएगी। गौरतलब है कि मेगन एक अमेरिकी नागरिक हैं, हैरी उनके साथ अमेरिका में रहती हैं।
मामला हैरी की आत्मकथा ‘स्पेयर’ से जुड़ा है। जिसमें उसने किशोरावस्था में ड्रग्स लेने की बात कबूल की थी। हैरी ने यूएस वीजा लेते समय इसे छिपाया। इस मुद्दे के तूल पकड़ते ही दक्षिणपंथी संगठन हेरिटेज फाउंडेशन ने उनके मामले को दोबारा खोलने के लिए याचिका दायर की है।
Trump ने ईसाई विरोधी भेदभाव से जुड़े एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। यह आदेश संघीय एजेंसियों को यह निर्धारित करने का आदेश देता है कि ईसाई लोगों के अधिकारों का उल्लंघन न हो। इस दौरान Trump ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता पर एक राष्ट्र राष्ट्रपति का आयोग बनाया जाना चाहिए, जो ईसाई धर्म को अधिक से अधिक सुरक्षा देगा।
Trump के इस फैसले की जमकर आलोचना हो रही है। आलोचकों का कहना है कि यह आदेश धार्मिक स्वतंत्रता को कमजोर करता है और ईसाई धर्म को प्राथमिकता देता है। आरोप लगाया जा रहा है कि अगर Trump को वाकई धार्मिक स्वतंत्रता की परवाह होती तो वह मुसलमानों, यहूदियों और अन्य के साथ हो रहे भेदभाव पर भी ध्यान देते।