
Gautam Gambhir: अगले चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के शुरू होने में केवल 4 सप्ताह शेष हैं। यह टूर्नामेंट 19 फरवरी से शुरू होगा। भारतीय टीम अपना पहला मैच 20 फरवरी को खेलेगी। लेकिन इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट से पहले भारतीय टीम में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच Gautam Gambhir के बीच कई मुद्दों पर टकराव देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं खिलाड़ियों को गंभीर का सख्त रवैया पसंद नहीं आ रहा है। इससे टीम में उनके खिलाफ विद्रोह की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या गंभीर अपने पद से इस्तीफा देंगे?
कोच Gautam Gambhir के लिए टीम के खराब प्रदर्शन से भी बड़ी चुनौती टीम के भीतर हो रही बगावत है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई खिलाड़ियों को उनका काम करने का तरीका पसंद नहीं है। ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान उनके और भारतीय कप्तान के बीच अनबन की भी खबरें आई थीं। इतना ही नहीं, अब गंभीर ने सभी खिलाड़ियों के साथ सख्त रुख अपनाते हुए बीसीसीआई से चर्चा कर खिलाड़ियों के लिए करीब 10 नए सख्त नियम बनाए हैं। ऐसे में अगर टीम चैंपियंस ट्रॉफी में हार जाती है तो यह सख्ती उसके लिए घातक साबित हो सकती है। उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा सकता है। 8 साल पहले भी कुछ ऐसा ही हुआ था।
2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अपने कठोर रवैये के कारण अनिल कुंबले को इस्तीफा देना पड़ा था। उस समय उन्हें विराट कोहली के सामने झुकना पड़ा था। अनुभवी भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने जून 2016 में मुख्य कोच का पद संभाला था। उस समय कुंबले और तत्कालीन भारतीय कप्तान विराट कोहली के बीच चीजें ठीक नहीं चल रही थीं। मीडिया में ऐसी खबरें आईं कि कुंबले टीम से जुड़ी हर बात पर बेहद सख्त रुख अपना रहे हैं। उन्होंने अनुशासन पर बहुत जोर दिया।
भारतीय टीम के कई खिलाड़ी उनकी कोचिंग से नाखुश थे। 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान यह मुद्दा गरमा गया और कोहली ने बीसीसीआई से इसकी शिकायत की। टूर्नामेंट के फाइनल में भारत की पाकिस्तान से हार के बाद अनिल कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ कि उन पर ऐसा करने के लिए दबाव डाला गया था। अब शायद यही बात गंभीर के साथ भी हो सकती है।
Gautam Gambhir अगस्त 2024 में भारतीय टीम में शामिल होंगे। तब से टीम का प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है। उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम को 27 साल बाद श्रीलंका में एकदिवसीय श्रृंखला में हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा भारत को पहली बार घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सफाया करना पड़ा। इसके बाद बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गावस्कर ट्रॉफी 1-3 से गंवा दी थी। इसके साथ ही भारतीय टीम का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया। अब अगर भारतीय टीम चैम्पियंस ट्रॉफी में हार जाती है तो गंभीर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।