
मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मिली हार की पूरी जिम्मेदारी ली है। हार्दिक पांड्या मानते हैं कि मुंबई की टीम बल्लेबाजी इकाई के रूप में हार गई लेकिन वह अंत तक क्रीज पर थे। इस वजह से उन्होंने हार के लिए खुद को भी जिम्मेदार ठहराया है। मुंबई की इस सीजन में यह तीसरी हार है। मुंबई ने घर में सिर्फ एक मैच जीता है और तीन मैच घर से बाहर गंवाए हैं।
मुंबई को अंतिम 2 ओवर में जीत के लिए 29 रन चाहिए थे, लेकिन 19वें ओवर में सिर्फ 7 रन बने। इस दौरान तिलक वर्मा को भी रिटायर होकर वापस लौटना पड़ा। हार्दिक पांड्या ने 20वें ओवर में छक्के के साथ शुरुआत की और अगली गेंद पर 2 रन लिए, लेकिन अगली चार गेंदों में सिर्फ 1 रन ही बना और टीम 12 रन से मैच हार गई। हार्दिक पांड्या ने भी इस मैच में पांच विकेट लिए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
मैच के बाद हार्दिक पांड्या ने निराशा के साथ कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो जब आप हारते हो तो यह निराशाजनक होता है। हमने उस विकेट पर 10-15 रन दिए। मैंने हमेशा अपनी गेंदबाजी का लुत्फ उठाया है। मुझे नहीं लगता कि मेरे पास बहुत अधिक विकल्प हैं। मैं विकेट को समझने की कोशिश करता हूं और कुछ स्मार्ट विकल्प चुनता हूं। मैं विकेट लेने की कोशिश नहीं करता, लेकिन मैं डॉट बॉल फेंकने की कोशिश करता हूं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश करता हूं कि वे अपने जोखिम पर बेहतर खेलें।
हार्दिक पांड्या ने इस मैच की हार के कारणों को बताते हुए हार की जिम्मेदारी भी ली और कहा, ‘मुझे लगता है कि एक बल्लेबाजी इकाई के तौर पर हम पीछे छूट गए थे। हम एक टीम के रूप में जीतते हैं। हम एक टीम के रूप में हार रहे हैं। मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता। पूरी बल्लेबाजी इकाई को जिम्मेदारी लेनी होगी। मैं हार की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।
कप्तान हार्दिक पांड्या ने टीम को आगे निर्देश दिया, ‘गेंदबाजी में स्मार्ट बनो। बल्लेबाजी में मौके हासिल करें। थोड़ी आक्रामकता के साथ साधारण क्रिकेट खेलें। क्योंकि यह लंबा टूर्नामेंट है, कुछ जीत दर्ज करने के बाद हम लय हासिल कर सकते हैं।