
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पहली बार इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। हालांकि ट्रंप की इफ्तार पार्टी विवादों से घिरी हुई है। अमेरिका में मुसलमान इस बात से नाराज हैं कि ट्रंप की इफ्तार पार्टी में मुस्लिम सांसदों को न्योता नहीं दिया गया है।
अमेरिका में दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप की यह पहली इफ्तार पार्टी थी। व्हाइट हाउस में इफ्तार पार्टी के आयोजन की परंपरा दशकों पुरानी है। लेकिन इस बार ट्रंप ने अमेरिकी मुस्लिम सांसदों और समुदाय से जुड़े नेताओं को न्योता नहीं दिया। जिससे मुसलमान नाराज हैं। उन्होंने मुस्लिम देशों के विदेशी राजदूतों को इफ्तार पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया।
कई मुस्लिम नागरिक अधिकार समूहों ने व्हाइट हाउस के बाहर ‘ट्रम्प की इफ्तार नहीं’ के नारों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा, “यह डोनाल्ड ट्रम्प का एक प्रकार का पाखंड है। एक तरफ, यह मुस्लिम देशों पर प्रतिबंध लगाता है और दूसरी तरफ यह इफ्तार पार्टियों का आयोजन करता है।
ट्रंप ने 2017 में राष्ट्रपति के तौर पर अपने पहले कार्यकाल में व्हाइट हाउस में होने वाली इफ्तार पार्टी रद्द कर दी थी। 1996 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने इफ्तार पार्टी की शुरुआत की थी। जॉर्ज बुश और बराक ओबामा ने तब इस परंपरा को बनाए रखा। लेकिन ट्रंप ने इस परंपरा को तोड़ दिया। इफ्तार पार्टी में मुस्लिम समुदाय के प्रमुख समुदायों के साथ मुस्लिम देशों के राजनीतिक और सीनेटर शामिल होते हैं।